मोहब्बत, मर्डर व एक्सीडेंट की फिल्मी कहानी सुनकर रह जायेंगे दंग, अपने भाई को मौत के घाट उतारकर…दुर्घटना का शक्ल देने के लिए खुद को घायल करके लेट गया शव के पास
दुर्ग | 24 घंटे पहले जो एक हादसा था, हकीकत में रविवार की सुबह वो अचानक से मर्डर की खबर में बदल गया। हैरान कर देने वाली ये खबर अंडा थाना इलाके की है। जहां शनिवार को चिरपोटी इलाके से एक दुर्घटना की खबर आयी थी। खबर थी कि एक बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गयी, जिसमें महिलापाल चंद्राकर नाम के एक युवक की मौत हो गयी, जबकि लक्ष्मण चंद्राकर नाम का युवक घायल हो गया। ग्रामीणों ने घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया था। जानकारी ये थी कि दोनों रिश्ते में ममेरे-फुफेरे भाई थे, काम पर जाने के दौरान दोनों दुर्घटना के शिकार हो गये।
लेकिन अब जो खुलासा हुआ है, उसे सुनकर आप सन्न रह जायेंगे। दरअसल ये दुर्घटना नहीं मर्डर था। खुद को घायल बताने वाले लक्ष्मण चंद्राकर ने पहले अपने ममेरे भाई महिपाल चंद्राकर को मौत के घाट उतारा और फिर उसे दुर्घटना का शक्ल देने के लिए शव को और बाइक को बीच सड़क पर गिराकर खुद को भी घायल कर शव के पास लेट गया। मौत की वजह मृतक की पत्नी के साथ लक्ष्मण के अफेयर को बताया जा रहा है।
पुलिस भी इसे करीब-करीब एक्सीडेंट मान चुकी थी, लेकिन तभी शव के पोस्टमार्टम के दौरान मृतक के सर पर गंभीर अंदरून चोट ने पुलिस की पूरी जांच की दिशा ही बदल दी। परीक्षण के दौरान चोट हादसे के नहीं, बल्कि किसी भारी चीज से वार से लगने की बात कही गयी। पुलिस ने जब इस मामले में लक्ष्मण चंद्राकर से पूछताछ की गयी, तो पुलिस भी दंग रह गयी, हालांकि पहले उसने पुलिस को गुमराह करने की भी कोशिश की थी।
पुलिस के सामने आरोपी ने शुक्रवार की रात युवक के कत्ल की पूरी कहानी सुनायी, तो पुलिस भी हैरान रह गयी। लक्ष्मण का महिपाल की पत्नी से संबंध था। इसकी भनक महिपाल को लग चुकी थी। आरोपी लक्ष्मण चंद्राकर ने बताया कि महिपाल और वह दोनों ही 1 साल से रायपुर की एक फैक्ट्री में काम करते हुए साथ रह रहे थे। 3 दिन पहले धान कुटाने के काम से वह महिपाल को लेकर अपने गांव ओटेबंद आया था। 21 अगस्त की रात शराब पीते वक्त महिपाल चंद्राकर और लक्ष्मण चंद्राकर के बीच पत्नी से संबंध की बात को लेकर झगड़ा हो गया।
लक्ष्मण ने इस दौरान गुस्से में आकर मसाला कूटने वाले पत्थर से महिपाल के सिर पर जोरदार वार किया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई।देर रात आरोपी लक्ष्मण अपने दोस्त शुभम चंद्राकर की मदद से महिपाल के शव को ओटेबंद से दूर चिरपोटी तिराहा के पास लेकर आया। महिपाल के शव को युवकों ने यहां फेंक दिया। शुभम यहां से घर लौट गया और लक्ष्मण लाश के पास ही लेट गया और अपनी बाइक को ऐसे गिरा दिया, जिससे देखने वालों को यह एक सड़क हादसा लगे। सुबह गांव वालों को हादसे और अनजान लोगों से मारपीट की झूठी कहानी सुना दी। खुद के बेहोश होने की बात भी कही। यह सब सुनकर गांव के लोगों ने इन्हें अस्पताल पहुंचाया था।