गुरु घासीदास नेशनल पार्क के पास मिला बाघ का शव, पीएम के बाद खुलेगा मौत का राज
बैकुंठपुर। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और कोरिया वनमंडल की सीमा पर शुक्रवार दोपहर को एक बाघ का शव बरामद हुआ है। जिससे फॉरेस्ट और नेशनल पार्क में हड़कंप मचा है। मामले में अधिकारी और स्टाफ मौके पर पहुंचे हैं।
जानकारी के अनुसार घटना कोरिया वनमंडल और गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान सीमा की बताई जा रही है। हालांकि, उस इलाके को कोरिया वनमंडल के वन परिक्षेत्र सोनहत का इलाका बताया जा रहा है। लेकिन, सोनहत वनपरिक्षेत्राधिकारी का दावा है कि जहां बाघ का शव मिला है, वह इलाका सोनहत वनपरिक्षेत्र और नेशनल पार्क की सीमा है। वनांचल रामगढ़ क्षेत्र के ग्राम पंचायत देवसिल मार्ग पर खनकोपर नदी (बडग़ांव पुल) के पास रेत में बाघ का शव मिला है। मामले में बाघ की मौत के कारणों का पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। ऐसी चर्चा है कि बाघ का शव दो-तीन दिन पुराना है। ग्रामीणों की सूचना के बाद वन अमला मौके पर पहुंचा है।
जून 2022 में भी एक बाघ को जहर देकर मारा गया
बाघ की मौत के बाद जहरखुरानी की आशंका जताई जा रही है। क्योंकि करीब ढाई साल पहले जून 2022 में रामगढ़ रेंज के सलगवांखुर्द में एक बाघ को ग्रामीणों ने जहर देकर मार डाला गया था। कोरिया में ढाई साल के भीतर दो बाघ की मौत के बाद अब बाघों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। गौरतलब है कि गुरुघासीदास नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व बनाने की भी प्रक्रिया चल रही है। जहां कई साल से बाघ विचरण कर रहे हैं। सप्ताहभर पहले भी नेशनल पार्क से बाहर कोरिया वनमंडल के बैकुंठपुर परिक्षेत्र में बाघ को विचरण करते देखा गया है।
वनपरिक्षेत्राधिकारी सोनहत कोरिया वनमंडल बैकुंठपुर भगन राम ने कहा जहां बाघ का शव मिला है, वह इलाका नेशनल पार्क और सोनहत वनपरिक्षेत्र सीमा पर है। नेशनल पार्क और वनमंडल के अधिकारी मौके पर गए हैं। उनके आने के बाद ही पता चलेगा कि बाघ है या बाधिन।