घर बैठी महिला को SBI कर्मी बनकर ठग ने किया कॉल और गंवाने पड़ गए हजारों रुपए
रायपुर की एक महिला डिजिटल ठगी की शिकार हाे गई। महिला अपने घर पर ही थी, ठग ने सिर्फ एक फोन कॉल किया और हजारों रुपए ठग लिए। इस मामले में डीडी नगर थाने की पुलिस धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। महिला ने पुलिस को फोन कॉल करने वाले की डीटेल्स सौंपी है। अब पुलिस इस कोशिश में है कि ठग के ट्रेस किया जाए मगर ठग का फोन स्विच ऑफ है।
चंगोरा भाठा इलाके के श्रीराम नगर यादव पारा की रहने वाली गृहणी इस ठगी का शिकार हुई। इन्हें मोबाइल नंबर 9134714975 से एक कॉल आई। फोन करने वाले ने खुद को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का कर्मचारी बताया। उसने क्रेडिट कार्ड को लेकर महिला से बातें की और रुपए ले लिए। फर्जी कर्मचारी ने फोन पर महिला से कहा कि वो जिस क्रेडिट कार्ट का उपयोग कर रही हैं उसके 4 हजार रुपए बकाया हैं।
ये सुनकर महिला चौंक गई, उसने कॉलर को बताया कि उसने जब से कार्ड लिया, उपयोग ही नहीं किया है। ठग ने फाइन लगने जैसी बातें कहकर महिला को डराया और कहा कि उसके कहे प्रोसेस को फॉलो करने से वो बच सकती है। ठग को महिला ने उसके कहने पर खाते और ATM की जानकारी दी। इसके बाद महिला के नंबर पर ठग ने एक ओटीपी भेजा। इस ओटीपी को महिला ने उसे बता दिया। इसके बाद महिला के खाते से तीन बार में 20,000, 9000, 700 रूपये के कुल 29700 रूपये के निकाले जाने का मैसेज आया और वो ठग का शिकर बन गई।
ऐसे बचें डिजिटल फ्रॉड से
अनजान व्यक्ति आपको कॉल मैसेज कर लुभावना ऑफर देता है, किसी सर्विस के ब्लॉक होने का भय दिखाता है, ऑनलाइन खरीदारी या व्यक्तिगत जानकारी देकर आप को विश्वास में लेता है और इस तरीके से लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं।
किसी भी सूरत में अनजान कॉलर से अपने फोन पर बैंक से जुड़ी निजी जानकारी आधार का नंबर या पैन कार्ड की जानकारी, एटीएम का ओटीपी कतई साझा ना करें।
बीमा, फाइनेंस, किश्त, लोन, केवाईसी अपडेट, सिम ब्लॉक होना, लॉटरी लगी है, कौन बनेगा करोड़पति, लकी ड्रॉ जैसे फोन कॉल या मैसेज के झांसे में बिल्कुल ना आए
लोन ऐप के झांसे में भी ना आए क्योंकि ऐसे में जानकारी हासिल हो जाने के बाद ऐप के संचालक लोगों को ब्लैकमेल करते पाए गए हैं।
अनजान व्यक्ति के कहने पर किसी भी एप्लिकेशन जैसे क्विक सपोर्ट, एनी डेस्क टीम व्यूवर को इन्स्टॉल ना करें। इससे फोन या कंप्यूटर हैक हो सकता है।
अनजान नंबर से आए लिंक को कभी क्लिक ना करें, रजिस्ट्रेशन अथवा अकाउंट टेस्ट करने के नाम से 10 रुपए की राशि ट्रांसफर कर दीजिए इस तरह की बातें ठग करते हैं।
अनजान नंबर की वीडियो कॉल ना उठाएं, फोन उठाते ही आप ब्लैकमेलिंग के शिकार हो सकते हैं। सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दोस्ती करने से बचें।
OLX जैसी वेबसाइट पर आर्मी मैन, सीआरपीएफ, बीएसएफ फोर्स से जुड़ा हुआ व्यक्ति बताकर लोग सामान बेचने की बात कहकर ठगी करते हैं।
QR कोड स्कैन भेजकर रुपए देने की बात कही जाती है, जबकि इससे पेमेंट आपके खाते से कटकर कोड वाले खाते में चली जाएगी।
गूगल पर कस्टमर केयर पर नंबर सर्च करते वक्त सावधानी बरतें, कस्टमर केयर नंबर के लिए हमेशा संबंधित कंपनी की वेबसाइट पर ही जाएं। +92, 440-846922-920 या 940 जैसे नंबर से कॉल आने पर रिसीव न करें ये ठग गैंग के नंबर्स हैं।
ठगी का शिकार होने पर क्या करें
अगर आपको लगे कि आपके साथ कोई डिजिटल फ्रॉड हुआ है, तो इसकी फौरन शिकायत करें। साइबर अपराध या ठगी के शिकार होने की स्थिति में टोल फ्री नंबर 1930 पर कॉल करें cybercrime.gov.in पर शिकायत करें या रायपुर पुलिस की साइबर सेल को 0771 4247109 जानकारी दी जा सकती है।