बैंक फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपित अब भी पुलिस की पकड़ से दूर,
रायपुर – राजधानी के डूंडा स्थित एक्सिस बैंक में 16 करोड़ 40 लाख रुपये के फर्जीवाड़े के दो मुख्य आरोपित अब भी पुलिस की पहुंच से दूर हैं। दोनों मास्टरमाइंड महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। इनके नाम का पर्दाफाश अभी नहीं किया गया है। वहीं, एनजीओ संचालिका के खाते में दो कराड़ रुपये आरोपित सौरभ मिश्रा ने डाले थे, जो पकड़ा गया है।
संचालिका भी पुलिस के हाथ नहीं लगी है। कुल 13 बैंक खातों में पैसे डाले गए थे। अब तक आठ आरोपितों की गिरफ्तारी हुई है। नकद 2.34 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं और अलग-अलग बैंक खातों में जमा एक करोड़ 18 लाख रुपये होल्ड कराए गए हैं।
मेल करने वाले डान का सुराग नहीं
ई-मेल कर फर्जीवाड़े की जानकारी देने वाले डान का सुराग अब तक पुलिस को नहीं मिला है। इस बात का भी राजफाश नहीं हुआ है कि आखिर मंडी बोर्ड में फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड का करीबी कौन है, जिसके कहने पर खाता खुलवाया गया? सवाल यह भी है कि क्या वाकई में बिचौलिए के कहने पर छत्तीसगढ़ राज्य कृषि मंडी बोर्ड ने एक्सिस बैंक में 60 करोड़ रुपये की एफडी कराई? फर्जीवाड़े में एनजीओ संचालिका की क्या भूमिका है? इन सवालों के जवाब अब तक नहीं मिले हैं।
यह है मामला
छत्तीसगढ़ राज्य कृषि मंडी बोर्ड के डूंडा स्थित एक्सिस बैंक के खाते से 16 करोड़ 40 लाख रुपये के फर्जीवाड़े की रिपोर्ट 23 जून 2022 को मुजगहन थाने में दर्ज कराई गई। रिपोर्ट दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर पुलिस ने सात आरोपितों की गिरफ्तारी की थी। आरोपित सतीश वर्मा समेत दो आरोपितों को हैदराबाद से पकड़ कर लाया गया। एक आरोपित को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया।