अंधविश्वास से ग्रसित युवक ने अपनी ही बूढ़ी मां को उतारा मौत के घाट
अमित दुबे – बिलासपुर | जिस मां ने 9 महीने तक उसे अपनी कोख में रखा, जिसकी परवरिश में पूरी जिंदगी खपा दी, उस नराधम ने बुढ़ापे में उसी मां को कुदाली से काट कर मौत के घाट उतार दिया। इंसानियत को शर्मसार करने वाली यह घटना मुंगेली सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले गांव दुल्लापुर की है, जहां ताम सिंह मरकाम की हरकत से पूरा गांव सन्न है। बताया जा रहा है कि सोमवार तड़के करीब 3:00 बजे ग्रामीणों ने ताम सिंह मरकाम को गांव में ही इधर-उधर भटकते देखा। आधी रात को उसके इस तरह घूमने पर लोगों ने सवाल किया तो वह उटपटांग बातें करने लगा ,जिससे ग्रामीणों को उस पर शक हुआ और लोगों ने ताम सिंह का पीछा किया। पीछा करते हुए जब जब लोग ताम सिंह के घर पहुंचे तो वहां के नजारे को देख सबकी आंखें फटी की फटी रह गई । लोगों ने देखा कि ताम सिंह के घर पर उसकी 75 वर्षीय बूढ़ी मां शान्ति बाई लहूलुहान पड़ी हुई है। उसके सर पर किसी ने भारी हथियार से वार किया था । तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई और लोगों ने ताम सिंह को पकड़कर वही बिठा दिया। हालांकि तामसिंह ने इस दौरान भागने की भी कोई कोशिश नहीं की और न हीं किसी तरह का कोई विरोध दर्शाया। सिटी कोतवाली पुलिस ने बाद में वहां पहुंचकर ताम सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में लग रहा है कि आरोपी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। पूछताछ में पता चला कि ताम सिंह की पत्नी और बच्चे रक्षाबंधन मनाने रिश्तेदार के घर गए हुए हैं। इस दौरान ताम सिंह को ही अपनी बुजुर्ग मां की देखभाल करनी पड़ रही थी । वह कह रहा है कि वह सेवा करते करते थक गया था ,इसलिए उसने अपनी मां को मौत के घाट उतार दिया । तो कभी वह कहता है कि उसकी मां पर भूत सवार था इसलिए उसे मारना पड़ा। पल-पल बयान बदलने से पुलिस भी परेशान है । इधर यह भी पता चला है कि उसके परिवार में पहले भी हत्या हो चुकी है। खुद ताम सिंह के बड़े भाई की हत्या उसके ही बेटे ने की थी। यानी इस परिवार में पहले ही अपने माता पिता की हत्या करने की हिस्ट्री है
ताम सिंह से बात करने पर लग रहा है उसकी मानसिक स्थिति सही नहीं है और वह अंधविश्वास से ग्रसित है ।शायद हत्या की यह भी बड़ी वजह हो । या फिर हो सकता है कि बुजुर्ग मां की लाचारी के चलते उसकी सेवा करना ताम सिंह को रास नहीं आया और उसने यह कदम उठा लिया । वजह जो भी हो लेकिन ताम सिंह पर मातृ हत्या जैसा कभी ना मिटने वाला कलंक लग गया है। कानून और अदालत उसे जो भी सजा दे लेकिन उसके इस पाप के लिए ईश्वर उसे कभी माफ नहीं करेगा । वही ग्रामीणों में भी ताम सिंह के इस कदम को लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है और सभी उसके नाम पर थू थू कर रहे हैं।