जिस सोनू पंजाबन पर बनी फिल्म, तिहाड़ जेल में उसने की आत्महत्या की कोशिश
नईदिल्ली| देश की राजधानी दिल्ली में सेक्स रैकेट चलाने वाली सोनू पंजाबन ने तिहाड़ जेल में जहरीली दवाई खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की है. दवाई खाने के बाद उसकी हालत खराब हो गई थी, जिसके बाद जेल प्रशासन ने तुरंत उसे दीन दयाल अस्पताल में भर्ती करवाया है. जहां डॉक्टरों के इलाज के बाद उसकी हालत फिलहाल ठीक बताई जा रही है.
सोनू पंजाबन तिहाड़ की जेल नंबर 6 में बंद है. शुक्रवार यानी 17 जुलाई को दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने एक मामले में सोनू पंजाबन को दोषी ठहराया था. वैसे तो सोनू पंजाबन पर कई केस दर्ज हैं, लेकिन पहली बार उसे किसी मामले में दोषी ठहराया गया. 12 साल की बच्ची के अपहरण, रेप और उसे जबरन जिस्मफरोशी के धंधे में धकेलने के मामले में सोनू और उसके सहयोगी को कोर्ट ने दोषी माना था. मामला साल 2009 का है. दिल्ली के हर्ष विहार इलाके में एक बारह साल की बच्ची का अपहरण हुआ और बाद में वह किसी तरह नजफगढ़ थाने पहुंची थी.
सोनू पंजाबन पर दिल्ली के कई थानों के अलावा देश के कई राज्यों में बड़ा ऑर्गनाइज्ड सेक्स रैकेट चलाने के मामले दर्ज हैं. सोनू पर मकोका के तहत भी केस दर्ज किया गया था. सोनू पंजाबन इतना बड़ा नाम हो गई थी कि उसके किरदार पर बॉलीवुड में फिल्में भी बनने लगी थीं. फुकरे फिल्म में भोली पंजाबन का किरदार सोनू पंजाबन का ही असल किरदार है.
सोनू पंजाबन के बारे में कहा जाता है कि इसने जिससे शादी की, उसका हुआ एनकाउंटर
कहा जाता है कि कभी कॉलेज में पढ़ाई करने वाली गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन ने हत्या में नाम जुड़ने के बाद एक नामी गैंगस्टर विजय से प्रेम विवाह किया था। विजय के बारे में कहा जाता है कि वह यूपी के श्रीप्रकाश शुक्ल का करीबी था। 1999 में इसका एनकाउंटर हो गया।
जानकारी के अनुसार सोनू ने कुल चार शादियां कीं लेकिन हर बार उसके पति का एनकाउंटर हो गया। विजय के बाद उसने नजफगढ़ के दीपक से 2003 में शादी की। उसकी मौत के बाद सोनू ने दीपक के भाई हेमंत से शादी की। उससे शादी करके ही गीता से वह सोनू बन गई। 2006 में वह भी मारा गया। फिर वह अशोक बंटी नाम के एक शख्स से मिली जिसने उसे देह व्यापार के धंधे से वाकिफ कराया। दिल्ली में अशोक बंटी के मारे जाने के बाद सोनू ने खुद देह व्यापार के धंधे में पांव जमाने शुरू किए और देखते ही देखते इस धंधे की रानी बन गई।