अतिथि शिक्षक संघ का धरना प्रदर्शन; 6-8 हज़ार में नौकरी करने मज़बूर
बस्तर। शिक्षक विहीन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर करने जिला प्रशासन द्वारा डी एम एफ फंड से जिले के चयनित विद्यालयों में हर साल अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है । जो 6 से 8 महीनो तक कार्य करने के बाद बेरोजगार हो जाते है, संभाग में लगभग 1500 अथिति शिक्षक कार्यरत है,जो हमेशा अपने भविष्य को लेकर चिंतित है।
वही अतिथि शिक्षक संघ बस्तर संभाग गोपाल सरकार ने कहा वर्ष 2014 से डी एम एफ अतिथि शिक्षक बस्तर संभाग के सभी जिले में कार्यरत हैं, वर्षों से सेवा देने के बाद भी हमारा भविष्य अनिश्चित है हमें ना समय पर वेतन दिया जा रहा नाहीं नौकरी को स्थाई किया जा रहा, कांकेर में पीएस 8 हजार तो कोंडागांव में पी एस को 6 हजार की दर यानी सभी जिलों में अलग-अलग दर से मानदेय मिलता है
कार्य करते हुए हममें से कई लोगों की उम्र सरकारी नौकरी की उम्र सीमा से उपर हो रही, पिछली कांग्रेस शासन काल में हमने अपनी मांगो पर निवेदन किया था कोई सुनवाई नहीं हुई ,अब सरकार बदल चुकी है हम चाह रहे हैं हमारी मांगों को सरकार सुने और हमारी मांगे पूरी हो, मांगे पूरी नहीं होने पर आगे आंदोलन की रणनीति तय करेंगे।

