5 अगस्त को सुबह 11:30 बजे आयोध्या पहुंचेंगे PM मोदी, मंदिर परिसर में एक घंटे का होगा भूमिपूजन
अयोध्या | अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर के लिए भूमि पूजन की तारीख तय की गई है. राम मंदिर का भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इस संबंध में पीएम मोदी के कार्यक्रम का पूरा विवरण भी सामने आ गया है. पीएम मोदी पांच अगस्त को हेलीकॉप्टर से अयोध्या के साकेत महाविद्यालय पहुंचेंगे. जिसके बाद वे रामजन्म भूमि रवाना होंगे. पीएम मोदी करीब 11:30 बजे अयोध्या के राम मंदिर परिसर पहुंचेंगे. जिसके बाद एक घंटे का भूमि पूजन कार्यक्रम होगा. भूमि पूजन कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री का संबोधन होगा.
ट्रस्ट के मुताबिक पहले भूमि पूजा में शामिल होने के लिए 268 लोगों की सूची तैयार की गई थी लेकिन करीब 200 लोगों के नाम पर आखिरी सहमति बनी है. इसमें 50-50 लोगों के ब्लॉक होंगे. जिनमे से एक ब्लॉक देश के बड़े साधु-संत और महंतों का होगा. वहीं एक ब्लॉक बड़े राजनेताओं का होगा, जो राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे हैं. इनमें लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा और विनय कटियार जैसे लोग हो सकते हैं.
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साथ ही कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं. एक ब्लॉक उद्योगपतियों, अधिकारियों और दूसरे गणमान्य लोगों का भी होगा.
शुभ मुहूर्त की तिथि
विश्व हिंदू परिषद और श्री रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के सूत्रों के मुताबिक द्वितीया सह तृतीया तिथि अपने आप में सर्वार्थ सिद्धि योग वाली है. इसलिए प्रधानमंत्री इस दिन अयोध्या आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले भी न्यास के अध्यक्ष और श्री मणिराम जी की छावनी के श्रीमहंत नृत्यगोपालदास ने पत्र लिख कर श्रावणी पूर्णिमा और भाद्रपद कृष्ण पक्ष की द्वितीया की दोनों तिथियों के मंगल मुहूर्त का ब्योरा भेजा था.
इस मुहूर्त की बाबत वृंदावन बांके बिहारी जी के सेवायत और ज्योतिष के विद्वान केडी गुरुजी ने बताया कि भाद्रपद इस मायने में भी मासोत्तम है क्योंकि लीला पुरुषोत्तम भगवान श्री कृष्ण और जगत की आह्लादकारी शक्ति राधा का प्राकट्य भी इसी महीने हुआ. वैसे भी ज्योतिष में चंद्रमा की स्थिति से मुहूर्त तय होते हैं.
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श्री रामलला के नाम से ग्रहगुण विशिष्टता के साथ सम्मुख चंद्रमा की स्थिति और सर्वार्थ सिद्धियोग सर्वोत्कृष्ट होता है. ऐसे मांगलिक योग में मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन हो जाए यही सर्वश्रेष्ठ है.
मंदिर के नक्शे में बदलाव
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में मंदिर के नक्शे बदलने पर फैसला हुआ था. ट्रस्ट ने निर्णय लिया कि मंदिर में 3 की जगह 5 गुंबद होंगे. मंदिर की ऊंचाई भी प्रस्तावित नक्शे से ज्यादा होगी. बैठक के बाद ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मीडिया को बताया कि कोरोना की स्थिति से निपटने के बाद फंड एकत्र किया जाएगा.
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उन्होंने अनुमान जताया कि श्रीराम का भव्य और दिव्य मंदिर तीन से साढ़े तीन साल में बनकर तैयार हो जाएगा.