मुंगेली में आरोपी को बचाने मांगे थे एक लाख रुपए; बिलासपुर ट्रांसफर होने के बाद लाइन अटैच.. ASI
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पदस्थ एक ASI का रिश्वत मांगते VIDEO वायरल है। इस वीडियो में आरोपी को बचाने के लिए एक लाख रुपए की मांग की जा रही है। इसमें ASI 20 हजार रुपए लेना स्वीकार भी कर रहा है। वीडियो करीब दो माह पुराना बताया जा रहा है, जब ASI मुंगेली जिले में पदस्थ था। अब यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वीडियो सामने आने के बाद बिलासपुर SP ने ASI को लाइन अटैच कर दिया है। साथ ही उसके खिलाफ जांच के लिए मुंगेली SP को प्रतिवेदन भेजा है।
मुंगेली जिले में करीब दो माह पहले ASI शत्रुहन खूंटे फास्टरपुर चौकी में पदस्थ था। तब एक युवती ने शिकायत दर्ज कराई थी। इस पर पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। आरोप है कि बाद में ASI ने केस को कमजोर करने और आरोपी को बचाने के लिए उसके परिजन से एक लाख रुपए मांगे थे। तब परिजनों ने उसका वीडियो बना लिया था। हालांकि बाद में ASI का ट्रांसफर बिलासपुर हो गया और अब वह सकरी थाने में पदस्थ है।
अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा वीडियो
वायरल वीडियो में ASI शत्रुहन खूंटे आरोपी के परिजन से एक लाख रुपए की मांग करना स्वीकार कर रहा है। वह यह भी कह रहा है कि उसे अभी सिर्फ 20 हजार रुपए ही मिले हैं। मामले की रिपोर्ट बनाने वाले डॉक्टर और केस को जल्द न्यायालय में पेश करने के लिए और रुपए मांग रहा है। रुपए नहीं देने पर वह कोर्ट में देरी से चालान पेश करने की धमकी भी दे रहा है। वायरल VIDEO में चालान पेश करने से आरोपी को जल्दी जमानत मिलने की बात भी कर रहा है।
ASI बोला- TI को भी है मालूम
वायरल VIDEO में केस को कमजोर करने के एवज में ASI पीड़िता युवती के कई तथ्यों और दस्तावेजों को केस डायरी से हटाने की बात कह रहा है। इसके साथ ही मोबाइल मैसेज को डायरी में शामिल नहीं करने की बात कह रहा है। इसे थाना प्रभारी ने भी देखा है और उनकी जानकारी में है। इससे आरोपी को कोर्ट में लाभ मिलेगा।
ASI को किया लाइन अटैच
आरोपी को बचाने उसके परिजन से रुपए की मांग करने वाला VIDEO सामने आने के बाद SP पारुल माथुर ने ASI शत्रुहन खूंटे को लाइन अटैच कर दिया है। एडिशनल एसपी सिटी उमेश कश्यप ने बताया कि वायरल VIDEO दो महीना पुराना है। तब ASI मुंगेली जिले के फास्टरपुर में पदस्था था। लिहाजा, इस मामले की जांच के लिए मुंगेली SP को प्रतिवेदन भेजकर जांच कराने के लिए पत्र लिखा गया है।