देश में खरीफ सीजन की बड़ी मांग, धान बुवाई का रकबा पिछले साल के रकबे से संतोषजनक हुई प्रगति
नई दिल्ली। फसल वर्ष 2020-21 (जुलाई से जून) में अभी तक धान रोपाई का रकबा पिछले साल इसी समय से 17.33 प्रतिशत बढ़कर 220.24 लाख हेक्टेयर हो गया है। पिछले साल अब तक 187.70 लाख हेक्टेयर में रोपाई हुई ही थी। कृषि मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत सरकार कोविड-19 महामारी के दौरान खेती के कामकाज को सुविधाजनक बनाने के लिए कई उपाय कर रही है। खरीफ की बुवाई के रकबे में संतोषजनक प्रगति हुई है। अब तक धान के कुल रकबे में उत्तर प्रदेश में 6.50 लाख हेक्टेयर, झारखंड में 6.10 लाख हेक्टेयर, मध्य प्रदेश में 5.98 लाख हेक्टेयर, बिहार में 5.66 लाख हेक्टेयर, छत्तीसगढ़ में 3.57 लाख हेक्टेयर, पश्चिम बंगाल में 2.80 लाख हेक्टेयर और तेलंगाना में 2.50 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई हुई है।
दलहनों का रकबा पिछले साल से 5.74 प्रतिशत बढ़कर 99.71 लाख हेक्टेयर और मोटे अनाजों की बुवाई का रकबा 14 प्रतिशत बढ़कर 137.13 लाख हेक्टेयर क्षेत्र तक पहुंच गया है। तिलहनों की बुवाई 166.36 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है, जो पिछले साल की समान अवधि के 133.56 लाख हेक्टेयर से 24.56 प्रतिशत ऊपर है। सभी खरीफ फसलों की खेती का कुल रकबा 18.50 प्रतिशत बढ़कर 799.95 लाख हेक्टेयर हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 675.07 लाख हेक्टेयर था।
मंत्रालय ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने रिपोर्ट दी है कि देश के विभिन्न हिस्सों में 123 जलाशयों में पानी का भंडारण पिछले वर्ष की इसी अवधि के 155 प्रतिशत के बराबर था।