झारखंड के मजदूरों को बिना कोरोना टेस्ट चोरी-छिपे पहुंचाया जा रहा है था रायपुर
अमित दुबे – बिलासपुर | बिलासपुर पुलिस एक बार फिर सब काम-धाम छोड़ सड़क पर वाहनों की जांच में मशरूफ हो चुकी है, लेकिन इसका मकसद कोरोना की रोकथाम नहीं बल्कि जुर्माने का जुगाड़ अधिक लग रहा है, क्योंकि इससे पहले पुलिस लोगों को इसलिए दंडित कर रही थी कि वे शासन के गाइडलाइन का पालन करते हुए फेस मास्क नहीं लगा रहे थे या फिर सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहे थे। लेकिन अब तो वाहन अधिनियम का हवाला देकर वाहनों के जांच के बाद जुर्माने की राशि वसूली जा रही है। यह बात उस वक्त भी साबित हो गई जब जांच के दौरान नेहरू चौक पर एक मालवाहक वाहन पकड़ा गया। झारखंड से रायपुर जा रहे इस वाहन में 2 दर्जन से अधिक लोग सवार थे। भेड़ बकरियों की तरह इन्हें इस माल वाहक में ठूंसकर बिठाया गया था। कार्रवाई के दौरान यह भी पता चला कि बिना ईपास और इजाजत के ही चोरी-छिपे इन्हें झारखंड से रायपुर पहुंचाया जा रहा है । यह सभी मजदूर बताए जा रहे हैं, जिन्हें काम के लिए वापस लाया जा रहा है । लेकिन बिलासपुर पुलिस ने इन पर किसी तरह की कार्रवाई करने की बजाय इन्हें सिर्फ चालान काट कर छोड़ दिया। बिलासपुर पुलिस भी जानती है कि अगर इन्हें जांच के नाम पर रोका गया तो सभी का कोरोना टेस्ट करना पड़ेगा और इन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर भी भेजना होगा ।
इसलिए इस आफत को अपने सर न मोल लेते हुए केवल वाहन चालक के खिलाफ जुर्माने की कार्यवाही करते हुए उन्हें आगे जाने की इजाजत दे दी गई । इस वक्त अंतर राज्यीय परिवहन पर सख्ती जारी है । बिना ई पास के एक राज्य से दूसरे राज्य में आना जाना प्रतिबंधित है। आम लोगों पर छोटे से भी नियम भंग पर सख्त कार्रवाई करने वाली पुलिस खुद इस तरह बड़ी लापरवाही कर खतरे को खुला आमंत्रण दे रही है, लेकिन कहावत है ना कि समरथ को नहिं दोष गुसाईं । इसलिए बिलासपुर ट्रैफिक पुलिस सड़क पर जो कुछ कर रही है उसी को नियम और कायदा मानकर लोग नतमस्तक होकर उसका पालन कर रहे हैं, क्योंकि उनके पास ऐसा करने के सिवा कोई चारा भी नहीं है। उम्मीद है कि एक दिन बाद लॉक डाउन भी खत्म हो जाएगा, लेकिन पुलिस जिस तरह नई भूमिका में नजर आ रही है उससे लगता नहीं कि वाहनों की जांच निकट भविष्य में खत्म होने वाली है। इसलिए अब मास्क पहन कर निकलना ही इस बात की गारंटी नहीं है कि पुलिस आप से जुर्माना नहीं लेगी। मास्क के अलावा वाहन अधिनियम के अन्य शर्तों को भी पूरा करना होगा ,नहीं तो चौक चौराहों पर पुलिस आपकी ही प्रतीक्षा कर रही है।