10 साल बाद चीन को पीछे छोड़ देगा भारत, 2036 तक देश की आबादी होगी 152 करोड़
नई दिल्ली| दक्षिण भारत के मुकाबले उत्तर भारत की आबादी ज्यादा तेजी से बढ़ रही है, अकेले यूपी की ग्रोथ रेट 30% रहने का अनुमान है 2011 में ग्रामीण आबादी 69% थी जो 2036 में 61% हो जाएगी, 2011 में शहरी आबादी 31% थी जो 2036 में बढ़कर 39% हो जाएग
अगले आने वाले साल महिलाओं के लिए बेहतर होने वाले हैं। नेशनल कमीशन ऑन पॉपुलेशन की हाल ही में आई रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में महिलाओं की सेक्स रेशियो में अच्छी खासी बढ़ोतरी का अनुमान है। यानी आने वाले समय में पुरुष और महिला के बीच का अनुपात घट जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2036 में फीमेल सेक्स रेशियो 957 (1000 पुरुष पर) रहने का अनुमान है जो 2011 में 943 था। केरल, कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र को छोड़कर बाकी के राज्यों में 2011 की आबादी के मुकाबले महिलाओं के सेक्स रेशियो में बढ़ोतरी होगी। सबसे कम दिल्ली में 899, गुजरात में 900 और हरियाणा में 908 रहने का अनुमान है।
रिपोर्ट में इंफेंट मोर्टेलिटी रेट (आईएमआर) में भी सुधार की बात कही गई है। 2031 से 2035 के बीच इंफेंट मोर्टेलिटी रेट 30 रहने का अनुमान है जो 2011 में 46 था। राजस्थान, असम, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में आईएमआर 30 से 40 के बीच रहने का अनुमान है। केरल में सबसे कम 9 रहने का अनुमान है।
पॉपुलेशन में 25 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान
वहीं, 16 साल बाद यानी 2036 तक भारत की आबादी 152 करोड़ होने का अनुमान है। नेशनल कमीशन ऑन पॉपुलेशन की हाल ही में आई रिपोर्ट के मुताबिक, 2011 से 2036 तक 25 फीसदी आबादी बढ़ने का अनुमान है। यानी इन 25 सालों में हर साल एक फीसदी की दर से भारत की आबादी बढ़ेगी। 2011 में भारत की आबादी 121 करोड़ थी।
आजादी के बाद पहली बार ऐसा होगा जब आबादी की रफ्तार पर थोड़ा ब्रेक लगेगा। 2011 से 2021 के बीच 12.5% और 2021 से 2036 के बीच 8.4% ग्रोथ रेट रहने का अनुमान है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2031 तक भारत आबादी के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा।