यदि आप वर्क फ्रॉम होम कर रहे हो, तो हो जाइए सावधान! वर्क फ्रॉम होम करते-करते कहीं आप तो नहीं हो रहे इस बीमारी का शिकार?
कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद लोग घर से काम कर रहे हैं। किसी को घर से काम करते हुए 5 महीने तो किसी को 2-3 महीने हो चुके हैं। वर्क फ्रॉम होम लोगों को इसलिए दिया गया ताकि वो घर पर रहें और इस वायरस के कहर से बचे रहें। हालांकि घर से काम करने पर लोगों पर काम का दबाव ज्यादा है। शिफ्ट टाइमिंग भी बढ़ा दी गई हैं जिसके कारण उन्हें 9 घंटे से ज्यादा कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करना पड़ रहा है। लेकिन क्या आपको पता है घर पर रहकर ही आप एक और बीमारी के शिकार हो रहे हैं। इस बीमारी के लक्षण तो आपको दिख रहे हैं लेकिन आप उसे लगातार इग्नोर कर रहे हैं। ये बीमारी कंप्यूटर विजन सिंड्रोम है। जानें क्या है कंप्यूटर विजन सिंड्रोम, लक्षण और बचने का उपाय।
क्या है कंप्यूटर विजन सिंड्रोम
लगातार एक जगह बैठकर कंप्यूटर आंखें गढ़ाए रहने की वजह से लोग कंप्यूटर विजन सिंड्रोम का शिकार हो रहे हैं। कंप्यूटर विजन सिंड्रोम आंखों पर असर डालता है। यहां तक कि एम्स के डॉक्टर्स ने भी इसे लेकर सख्त चेतावनी दी है।
कंप्यूटर विजन सिंड्रोम के लक्षण
आंखों और सिर में दर्द होना
आंख का पानी सूख जाना
कंप्यूटर देखते वक्त आंखों पर बहुत जोर पड़ना
आंख से पानी निकलना
सिरदर्द के साथ आंखों में भारीपन लगना
आंख से स्क्रीन देखते वक्त धुंधला दिखाई देना
उपाय
ऑफिस का काम करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि जो भी आप देख रहे हैं वो थोड़ा बड़ा करके ही देखें।
कंप्यूटर स्क्रीन से आंखों की निश्चित दूरी जरूरी
लैपटॉप और आंखों के बीच एक फीट की दूरी जरूर रखें
लैपटॉप ज्यादा पास से देखने से बचें
स्क्रीन देखते वक्त कई लोग पलकें झपकाना भूल जाते हैं। यहां तक कि कई मिनट तक बिना पलकें झपकाए स्क्रीन देखते रहते हैं। ऐसा करने से बचें।
स्क्रीन देखते समय पलकों को झपकाना न भूलें। पलकें न झपकाने से आंखी की टियर यानी कि आंसुओं की लेयर सूख जाती है। इसके क्वालिटी भी खराब होने लगती है। इससे बचने के लिए पलकों को झपकाना न भूलें।
लगातार स्क्रीन के सामने बैठने से बचें। शिफ्ट टाइमिंग के दौरान ब्रेक लें और आंखों पर पानी के छीटे डालें।