मिड-डे मील से फैले वायरस से स्वास्थ्य मंत्रालय भी अलर्ट; नोरोवायरस से संक्रमित: जानें लक्षण,
टोमैटो फ्लू के बाद अब केरल में नोरोवायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। इससे संक्रमित दोनों ही मरीज बच्चे हैं। तिरुवनंतपुरम के प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले ये दोनों छात्र फिलहाल स्वस्थ हैं, लेकिन केरल स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है।
दोनों मरीजों स्कूल में मिड-डे मील खाने के बाद फूड पोइजनिंग के लक्षण देखे गए, जिसके बाद उनके सैंपल्स जांच के लिए भेजे गए।
आइए जानते हैं नोरोवायरस क्या है, इसके क्या लक्षण हैं और यह हमारे लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है..
नोरोवायरस क्या है?
अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, नोरोवायरस तेजी से फैलने वाला वायरस है। इससे लोगों को उल्टी और डायरिया की शिकायत होती है। नोरोवायरस को ‘पेट का फ्लू’ या ‘विंटर वोमिटिंग बग’ भी कहा जाता है। हालांकि, इसकी बीमारी फ्लू या इंफ्लुएंजा के वायरस से संबंधित नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, नोरोवायरस खाने की चीजों से होने वाला नंबर 1 वायरस है और खाने से होने वाली मौतों का चौथा सबसे बड़ा कारण है।
नोरोवायरस कैसे फैलता है?
नोरोवायरस एक बार नहीं, बल्कि बार-बार एक व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। यह संक्रमित खाने या पीने की चीजों से फैलता है। इसके अलावा संक्रमित मरीज या उसकी चीजों को छूने से भी नोरोवायरस के फैलने की संभावना ज्यादा होती है। CDC के मुताबिक एक मरीज नोरोवायरस के अरबों कणों को बहा देता है।
नोरोवायरस से कैसे बचें?
फिलहाल नोरोवायरस के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इसलिए पर्सनल हाइजीन मेंटेन करके ही संक्रमण से बचा जा सकता है।
खाने से पहले और टॉयलेट का इस्तेमाल करने के बाद हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं।
जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
संक्रमित के संपर्क में आने के बाद तुरंत हाथों को साबुन से धोएं।
फल-सब्जियां खाने से पहले उन्हें अच्छे से धोएं।
शरीर में पानी की कमी न होने दें।
अगर संक्रमित हैं तो लक्षण खत्म होने के दो दिन बाद तक घर पर ही रहें।
संक्रमित होने पर दूसरों के लिए खाना बनाने से बचें।