घोर लापरवाही: आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों तक नहीं पहुंचाया जा रहा रेडी-टू-ईट-फूड…बच्चे हो रहे कुपोषण का शिकार…पढ़े पूरी ख़बर
कोरिया। भरतपुर ग्राम पंचायत अक्तवार में आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों तक नहीं पहुंचाया जा रहा रेडी-टू-ईट-फूड,बच्चे हो रहे कुपोषण का शिकार कोरोनावायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों को बंद रखा गया है। ऐसे में सरकार प्रदेश के 6 माह से 6 साल तक के बच्चों, गर्भवती और शिशुवती माताओं तथा किशोरियों को पूरक पोषण आहार घर-घर उपलब्ध करा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से रेडी-टू-ईट फूड घर-घर जाकर हितग्राहियों को प्रदान किया जाना है।
मगर वही विकासखंण्ड के ग्राम पंचायत अक्तवार में बीते 2 महीने से इन परिवारों तक रेडी टू ईट फूड नहीं पहुंच सका, ग्राम अक्तवार के लोगों ने बताया कि जबसे आगनबाडी बंद हुआ तब से उन बच्चों को पोषण आहार के रूप में जो रेडी टू ईट फूड मिलना था वह नहीं मिला, जबकि बड़े आसानी से देखा जा सकता है कि इस जगह के कुछ बच्चे कुपोषण का शिकार हुए हैं।
अक्तवार के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का कहना है कि आंगनबाड़ी को कॉन्ट्राइन सेंटर बनाया गया है जिसके कारण वहां रेडी टू ईट फूड नहीं उतर सका, और जहां उतरा उसकी जानकारी उनको नहीं है, इनका बयान समझ से परे है। इस मामले में भरतपुर परियोजना अधिकारी महोदया से पूछने पर उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहां की इस प्रकार की अनियमिता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, इस बात की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।