ड्रग बेचने वाले से लेकर चोर-उचक्के, नशेड़ी और छेड़छाड़ करने वाले बदमाशों का बोलबाला
अमित दुबे – बिलासपुर | सिविल लाइन थाने से महज कुछ कदमों की दूरी पर ही स्थित इमली पारा का इलाका अपराधियों का स्वर्ग बन चुका है। पुलिस की लापरवाही और अपराधियों को दिए जा रहे संरक्षण के असर से इमली पारा में रहने वाले लोग खासे परेशान हैं। खासकर यहां रहने वाली महिलाएं और युवतियां बदमाशों का आसान शिकार बन रही है। रघुराज सिंह स्टेडियम के पीछे के इलाके से लेकर मुरारका यूरो किड्स तक के इलाके में दिनभर बदमाशों की मौजूदगी देखी जा सकती है। जिनमें ड्रग बेचने वाले से लेकर चोर, उचक्के नशेड़ी और छेड़छाड़ करने वाले बदमाश भी शामिल है । इस इलाके में रघुराज सिंह स्टेडियम के पीछे स्थित कुछ दुकानों में ऐसे तत्वों को संरक्षण भी मिलता है।
आसपास के कुछ मोहल्लों जैसे तालापारा, मसानगंज खपड़गंज मगरपारा से यह बदमाश युवक इमली पारा में पहुंचते हैं और यहां अपने मंसूबों को अंजाम देते हैं। यहां दिनभर उनका अड्डा लगा रहता है। रोज-रोज की परेशानी से तंग आकर मोहल्ले वासियों ने सिविल लाइन पुलिस थाने पहुंचकर बाहरी और असामाजिक तत्वों के द्वारा किए गए कारनामों की शिकायत दर्ज कराई है, जिन्होंने बताया कि वैसे तो यह लोग दिनभर यहां देखे जा सकते हैं लेकिन इनका प्रकोप रात 8:00 बजे से लेकर मध्यरात्रि तक मोहल्ले वासियों को झेलना पड़ता है। इमली पारा में कुल 9 गलियां है, जहां रहने वाली महिलाओं और युवतियों को आए दिन इनके द्वारा अश्लील कमेंट और गंदे इशारे किए जाते हैं । जिस कारण महिलाओं का घर से बाहर निकलना भी दुश्वार हो चुका है। इन्हीं बदमाशों द्वारा सड़क पर आने जाने वाले लोगों के साथ भी गाली गलौज और मारपीट की जाती है, जिस कारण लोग अब इस मोहल्ले को छोड़कर भी जाने लगे हैं। एक खास समुदाय के युवकों द्वारा लंबे वक्त से इस तरह की गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है , लेकिन इमली पारा में पुलिस गस्त भी नियमित नहीं हो पाती, जिस कारण यह संदेश जा रहा है कि पुलिस का ऐसे तत्वों को संरक्षण है। कुछ स्थानीय नेताओं के मुंह लगे इन असामाजिक तत्वों द्वारा रोज-रोज किए जा रहे हरकतों से तंग आकर बड़ी संख्या में मोहल्ले वासियों ने आवेदन पत्र पुलिस को सौंपा है, जिनके द्वारा मांग की गई है कि इमली पारा में पूरे वक्त पुलिस की गश्त लगाई जाए और ऐसे बदमाशों की धरपकड़ कर उन्हें सजा दी जाए ताकि इमली पारा में रहने वाले नागरिक भी चैन से रह सके । बताया जा रहा है कि नशेड़ी युवकों द्वारा यहां मौका मिलते ही चोरी, लूटपाट जैसी घटनाओं को भी अंजाम दिया जाता है ।छोटे बच्चे और महिलाओं की क्या कहे आम आदमी भी इनके आगे बेबस है ।सिविल लाइन थाने से कुछ ही कदमों की दूरी पर इस तरह की असामाजिक गतिविधियां लगातार अंजाम दी जा रही है और पुलिस खामोश है, जिस कारण बिलासपुर पुलिस पर भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों का तो यह भी आरोप है कि पुलिस ऐसे तत्वों के खिलाफ तुष्टीकरण की नीति के तहत कार्यवाही नहीं करती क्योंकि इससे उनके आका नाराज हो जाते हैं।