सचिवों की हड़ताल को कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन का समर्थन…
रायपुर। बलरामपुर में 468 पंचायत सचिवों की हड़ताल 23 दिनों से जारी है। 16 मार्च से 468 ग्राम पंचायत सचिव परीविक्षा अवधि के बाद सरकारीकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहे हैं। इसके कारण पंचायत में संचालित कई योजनाओं के काम पूरी तरह ठप हो गए हैं।
सरकार ने नहीं निभाया वादा
हड़ताल पर बैठे सचिवों ने बताया कि पंचायत मंत्री ने बजट सत्र में पंचायत सचिवों के सरकारीकरण किए जाने का आश्वासन दिया था। इसके बाद भी सरकार द्वारा इस पर कोई अमल नहीं किया गया। इसलिए हम छत्तीसगढ़ पंचायत सचिव संघ के आह्वान पर जिले में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। हमारी मांग पूरी होने के बाद ही ये हड़ताल खत्म होगी।
16 मार्च से कलमबंद हड़ताल से लोग परेशान
बलरामपुर में रामानुजगंज, बलरामपुर, वाड्रफनगर, राजपुर, कुसमी और शंकरगढ़ ब्लॉक में सचिवों ने एक सूत्रीय मांगों को लेकर 16 मार्च से कलमबंद हड़ताल शुरू की है। इनके हड़ताल में चले जाने से पंचायतों में होने वाले जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र, पेंशन वितरण, राशन कार्ड वितरण, गौधन न्याय योजना, निर्माण कार्य, वन अधिकार पत्र, जाति-निवास, किसान न्याय और आधार सीडिंग जैसी कई योजनाओं के कार्य प्रभावित होकर ठप पड़ गए हैं। जिले के सारे गांव में योजनाओं के बंद होने से त्राहि-त्राहि मच गई है। ग्राम पंचायत सचिव के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से, ग्राम पंचायत के शासकीय कार्य पूर्ण रूप से बाधित हो गए हैं।
सचिवों की हड़ताल को कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन का समर्थन
हड़ताल पर बैठे पंचायत सचिवों का कहना है कि जब तक उनकी एक सूत्रीय मांग सरकारीकरण पूरी नहीं की जाती, तब तक ये हड़ताल जारी रहेगी। हड़ताल में ब्लॉक सचिव संघ के अध्यक्ष उत्तम समझदार, रोशन गुप्ता, दिलीप गुप्ता, नावेन्द्र सिंह, परमानंद यादव, गोपाल यादव, अरुण गुप्ता, उदय यादव, नंदकेश्वर सिंह और ओमप्रकाश सिंह, रतन सिंह की भूमिका देखी जा रही है। सचिवों की हड़ताल को कोरिया जिला के कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन ने समर्थन दिया है।