छत्तीसगढ़ की महिलाओं का सबसे बड़ा पर्व तीज पर, कोरोना संक्रमण के चलते नहीं है कोई रोक-टोक…अफवाहों में न दे ध्यान
अमित दुबे – बिलासपुर | छत्तीसगढ़ की महिलाओं के लिए सबसे बड़ा पर्व है तीज। जिसे लेकर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मुनादी की जा रही है, कि कोरोना संक्रमण के चलते तीजा-पोरा में बहू-बेटियों को लाने-ले-जाने पर पाबंदी है | ऐसा करने लोगो सख्त कार्रवाई होगी। जब लोगो को इस बारे में पता चला, की शासन की तरफ से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है, शासन की तरफ से बिलासपुर कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए सावधानी से पर्व मनाने की अपील की है। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें तीजा-पोरा में बहू-बेटियों को लाने-ले-जाने पर कार्रवाई की बात कही जा रही है। गांव में मुनादी करता हुआ यह वीडियो ग्रामीण अंचल में वायरल हुआ, तो क्षेत्र के कई गांव में बाकयदा कोटवार से मुनादी करा दी गई, कि इस साल कोरोना संक्रमण के चलते तीजा-पोरा त्यौहार में बहू-बेटियों को लाने ले जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। कई गांवों में तो बाकायदा 500 रु से 2 हजार रु तक के जुर्माने का प्रचार भी किया गया है। जिसकी वजह से गांव में लोग इस साल तीजा-पोरा के फीका रहने की बात कर कर रहे हैं, चौपालों में इस पर चर्चा भी गरम है। गांव के जागरूक युवाओं ने इस अफवाह की सच्चाई जानने पूछताछ की, तो उन्हें बताया गया, कि स्थानीय प्रशासन का ऐसा कोई आदेश नही आया है।
तीजा-पोरा छत्तीसगढ़ की महिलाओं का प्रमुख त्यौहार है, इसलिए इस बारे में कुछ युवाओं ने जानकारी ली, युवाओ ने कलेक्टर सारांश मित्तर से इस बारे में बात की। बिलासपुर के कलेक्टर सारांश मित्तर ने ऐसी किसी अफवाह में न आने की बात करते हुए कहा, कि प्रशासन ने तीजा-पोरा में महिलाओं के आने जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। उन्होंने तीजा-पोरा पर्व की बधाई देते अपील की, कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए शासन की गाइडलाइन का पालन करें, त्यौहार के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें, मास्क का उपयोग करें, पूरी सावधानी बरतते हुए, हर्ष-उल्लास के साथ तीजा मनाएं