अशोक लवासा हुए मुख्य चुनाव आयुक्त की रेस से बाहर, बनाये गए ADB के वीपी
मुंबई| एशियन डिवेलपमेंट बैंक ने निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा को निजी क्षेत्र ऑपरेशन और पब्लिक-प्राइवेट पार्टनर्शिप के लिए उपाध्यक्ष नियुक्त किया है. अशोक लवासा दिवाकर गुप्ता की जगह लेंगे. दिवाकर गुप्ता का कार्यकाल 31 अगस्त को ख़त्म हो रहा है.
पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान अशोक लावासा सुर्खियों में आए थे. प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में क्लीन चिट दिए जाने का लवासा ने विरोध किया था. विरोध करने वाले चुनाव आयुक्तों में लवासा एकलौते आयुक्त थे. इसके बाद लवासा के परिवार वालों को इनकम टैक्स का नोटिस मिला था.
1980 बैच के आईएएस ऑफिसर लवासा पोल पैनल में चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा और मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के साथ हैं. पूर्व वित्त सचिव लवासा अगले मुख्य चुनाव आयुक्त बनने की लाइन में थे. 2021 में सुनील अरोड़ा के रिटायरमेंट के बाद उन्हीं की बारी थी. हालांकि अशोक लवासा ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है. हालांकि एडीबी बैंक के प्रवक्ता राजेश देओल ने द प्रिंट से इसकी पुष्टि की है.
चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के छह मामलों में पीएम मोदी को क्लीन चिट दी थी. लवासा चाहते थे कि उनकी अल्पमत की राय को रिकॉर्ड किया जाए. उनका आरोप था कि उनकी अल्पमत की राय को दर्ज नहीं किया जा रहा है, इसलिए उन्होंने आचार संहिता से संबंधित बैठकों में जाना बंद कर दिया था.