फरार कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने ED स्पेशल कोर्ट में किया सरेंडर
रायपुर। छत्तीसगढ़ से इस वक्त बड़ी खबर आ रही है। छत्तीसगढ़ के कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने ईडी की स्पेशल कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। मजिस्ट्रेट अजय सिंह राजपूत की स्पेशल कोर्ट में सूर्यकांत तिवारी ने आत्मसमर्पण किया है।
छत्तीसगढ़ में जब-जब ईडी और आईटी का छापा पड़ता है, तब तक एक नाम हमेशा से चर्चा में रहता है। वह नाम है सूर्यकांत तिवारी का। सूर्यकांत तिवारी वह शख्स है, जिसका कोयले के व्यापार से गहरा नाता रहा है। सूर्यकांत शुरू से ही कोयले के व्यापार से ताल्लुक रखता था। ईडी के अनुसार कोयले का अवैध रूप से वसूला जाने वाला 25 रुपये प्रति टन वसूली कर (टैक्स) सूर्यकांत तिवारी के माध्यम से ही ऊपर के लोगों तक पहुंचाया जाता था।
इस मामले में ईडी ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई, व्यवसायी सुनील अग्रवाल जेल की हवा खा रहे हैं। वहीं फरार चल रहे व्यवसायी सूर्यकांत तिवारी ने आज कोर्ट में सरेंडर किया है।
ईडी के 12-पेज के रिमांड आवेदन में कहा गया है कि “जबरन वसूली सिंडिकेट” एक सुनियोजित साजिश के रूप में चलाया गया था और डिलीवरी ऑर्डर खदान से कोयला ले जाने वाले ट्रक के लिए आवश्यक था, जो अवैध लेवी के भुगतान के बाद ही जारी किया जाता था। ईडी ने कहा है कि पैसे का इस्तेमाल सरकारी कर्मचारियों और राजनेताओं को रिश्वत देने के लिए किया जा रहा था और कहा कि इस पैसे के कुछ हिस्सों का इस्तेमाल चुनाव खर्च के लिए भी किया जा रहा था।