सेवानिवृत्त प्राचार्य प्रोफेसर भागवत प्रसाद दुबे के द्वारा लिखित पुस्तक “सभ्यता के अनछुए पहलू”
कोरिया | शासकीय लाहिड़ी महाविद्यालय चिरिमिरी के सेवानिवृत्त प्राचार्य प्रोफेसर भागवत प्रसाद दुबे के द्वारा लिखित पुस्तक “सभ्यता के अनछुए पहलू” मांडवी प्रकाशन गाजियाबाद द्वारा प्रकाशित किया गया है, जो की चिरमीरी क्षेत्र के लिए एक उपलब्धि है। उक्त पुस्तक में प्रोफेसर श्भागवत प्रसाद दुबे ने भारतीय सभ्यता के उन अनछुए पहलुओं को छूने का प्रयास किया है जिसके बारे में भारतीय समाज के सभी लोगों का ध्यान बहुत ही कम जाता है।
प्रोफ़ेसर दुबे ने अपनी पुस्तक में सभी धर्मों की गूढ़ बातों पर सकारात्मक रूप से प्रकाश डालते हुए प्राचीन भारतीय धर्म और संस्कृति के महत्व एवं विशेषताओ का वर्णन बड़ी सरलता से किया है। भागवत दुबे द्वारा पुस्तक के संबंध में यह कहा गया कि इस पुस्तक का विमोचन यथाशीघ्र ही किया जाएगा। इससे पूर्व में भी लेखक दुबे द्वारा एक पुस्तक “श्रमिक आंदोलन का इतिहास : रामकुमार दुबे” लिखा गया है और भविष्य में दो अन्य पुस्तके दुबे के द्वारा समसामयिक विषयों पर लिखित निबन्धों का संग्रह हैं, जो प्रदेश के सभी प्रतिष्ठित अखबारों के संपादकीय आलेखों में प्रकाशित हो चुकी है जिसे निबन्ध संग्रह के रूप में पाठकों के सामने लाने का प्रयास किया जा रहा है ।