पुलिस को मिली एक और सफलता, गांजा तस्करी नेटवर्क से जुड़े एक और आरोपी की गिरफ्तारी
कवर्धा। गांजा के प्रकरण में एंड टू एंड विवेचना कर सोर्स और डेस्टिनेशन का पता लगाया जा रहा है। इसी क्रम में जनवरी में हुए गांजा तस्करी मामले में पांचवें आरोपी निखिल सोनवानी को गिरफ्तार किया गया। इससे पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता मिली है।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए और गांजा सप्लाई नेटवर्क से जुड़े सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए महासमुंद निवासी रघुवीर उर्फ बिल्लू राउत को गिरफ्तार कर पूछताछ किया गया। उसने बताया कि मुख्य आरोपियों में से धनराज पवार को 15 किलो गांजा उपलब्ध कराया था लेकिन पुलिस को आरोपी के कब्जे से केवल 6 किलो गांजा पकड़ा गया था। इसलिए शेष मात्रा और अधिक जानकारी जुटाने के लिए पुलिस ने न्यायालय से आरोपियों धनराज पवार और मोहम्मद इरफान से जेल में पूछताछ करने की अनुमति प्राप्त कर उनसे जेल में ही पूछताछ कर गांजा नेटवर्क से से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाई।
उनका तकनीकी विश्लेषण किया। जिस पर यह खुलासा हुआ कि रघुवीर ने धनराज को 15 किलो गांजा उपलब्ध कराया गया था जिसमें से धनराज पवार ने 9 किलो गांजा निखिल सोनवानी निवासी राजनांदगांव को बेचा गया और शेष 6 किलो गांजा शिवम यादव के पास ले जा रहा था। उसी दौरान पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा था। आरोपी धनराज के बताए विवरण और तकनीकी जांच के आधार पर आज आरोपी निखिल सोनवानी को कबीरधाम पुलिस ने गिरफ्तार किया।
संदिग्ध ट्रांजैक्शनों की जांच कर रहे
गांजा तस्करी मामले में जिला पुलिस ने एक नेटवर्क के जरिए जुड़े तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। एक और तस्कर को गिरफ्तार कर जेल भेजा। अब तक एक ही प्रकरण में पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
डीएसपी कृष्ण कुमार चंद्राकर ने बताया कि पुलिस अब निखिल सोनवानी द्वारा बताए गए अन्य तस्करों और सप्लायर्स की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई कर रही है। वहीं ओडिशा से जुड़े मुख्य सप्लायर तक पहुंचने के लिए स्पेशल टीम गठित की गई है जो जल्द ही छापेमारी कर सकती है। पूरे गांजा सप्लाई नेटवर्क को खत्म करने के लिए साइबर सेल की टीम लगातार निगरानी रख रही है और संदिग्ध ट्रांजैक्शनों की जांच कर रही है।