गोल-मोल जवाब देना थाना प्रभारी को पड़ा महंगा, 11 घंटे की मैराथन बैठक में SP ने किया निलंबित
बलरामपुर। पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने थाना प्रभारी चांदो को काम में लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया, वहीं लंबित मामलों की जांच में कोताही बरतने वाले थाना प्रभारियों व विवेचकों को शो कॉज नोटिस दिया गया है। बैठक में समय पर नहीं पहुंचने वाले थाना प्रभारी भी दंडित किए गए। राजपत्रित अधिकारियों व थाना चौकी प्रभारियों की बैठक करीब 11 घंटे तक चली।
SP ने दिखाया कड़क रुख
पुलिस अधीक्षक ने महिला व बच्चों संबंधी अपराधों की थाना व चौकीवार विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान लंबित प्रकरणों की विवेचना में शिथिलता बरतने वाले थाना प्रभारी व विवेचकों को सजा से दंडित कर समय सीमा तयकर निर्धारित अवधि में लंबित प्रकरणों का निपटारा करने को कहा गया। उन्होंने कहा कि लंबित प्रकरणों के निपटारे में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक के बीच ही कर दिया ससपेंड
पुलिस अधीक्षक ने थाना चांदो के लंबित प्रकरणों के बारे में पूछने पर थाना प्रभारी चांदो उप निरीक्षक विजय कैवर्त्य ने गोलमोल व भ्रामक जवाब दिया। इस पर एसपी बलरामपुर ने मीटिंग के दौरान ही उप निरीक्षक विजय कैवर्त्य को निलंबित कर रक्षित केंद्र बलरामपुर संबद्ध किया। वहीं रक्षित केंद्र बलरामपुर में पदस्थ उप निरीक्षक संपत राम पोटाई को थाना प्रभारी चांदो पदस्थ किया गया है।
बता दें कि यह बैठक सुबह 11 बजे से रात्रि 10 बजे तक लगातार चली। बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले में लंबित अपराध तथा महिला एवं बच्चों संबंधी अपराधों की थाना/चौकीवार विस्तृत समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान जिन थाना प्रभारियों व विवेचको के पास पुराने प्रकरण लंबित पाए गए उन सभी थाना प्रभारी विवेचको को पुलिस अधीक्षक द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी कर 7 दिवस के भीतर नोटिस का जवाब देने कहा गया है।