छत्तीसगढ़ में नवंबर मध्य में अचानक बढ़ी ठंड, मैदानों में भी रात सर्द, उत्तर में शीतलहर, पहाड़ों में पारा 100 से नीचे
छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से में शनिवार रात से अचानक ठंड बढ़ने लगी थी, जो पिछले 24 घंटे में शीतलहर में तब्दील हो गई है। प्रदेश में दिसंबर में शीतलहर के हालात बनते हैं, जो नवंबर में ही बन गए हैं। शनिवार रात कोरिया में तापमान 10 डिग्री से नीचे उतर गया। जशपुर और पंडरापाठ में भी रविवार की रात सर्द रही। उत्तरी छत्तीसगढ़ के जंगल-पहाड़ों और चिल्फी घाट में भी तापमान 10 डिग्री से नीचे चला गया है। इसका असर प्रदेश के मैदानी इलाकों में भी पड़ा है। बिलासपुर और रायपुर के मैदानी हिस्से में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री तक कम हुआ है। मौसम विभाग के ने मंगलवार को भी रात के तापमान में हल्की गिरावट और प्रदेश में ठंड बढ़ने के आसार जताए हैं।
उत्तर छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा और बिलासपुर संभाग का बड़ा हिस्सा उत्तर भारत से आने वाले ठंडी हवा की चपेट में है। इसलिए वहां ज्यादा ठंड पड़ रहा है। जंगल-पहाड़ों की वजह से बस्तर में नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा में भी ठीक-ठाक ठंड है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश के विभिन्न इलाकाें में न्यूनतम तापमान ढाई डिग्री तक गिरा है।
ज्यादातर जगह अधिकतम तापमान भी सामान्य से 1 से 4 डिग्री तक कम है। पेंड्रारोड में न्यूनतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री कम रहकर 10.6 डिग्री पर रुका। बिलासपुर में न्यूनतम तापमान 13 डिग्री रहा, जो सामान्य से 4 डिग्री ही कम है। अंबिकापुर में रात का पारा 10.6 डिग्री रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री कम है। सरगुजा व बिलासपुर के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री तक गिरावट हुई है।
रायपुर में 15, आउटर में 12 डिग्री
राजधानी रायपुर के आउटर यानी नवा रायपुर और लाभांडी आदि में रविवार रात तापमान 12 डिग्री तक पहुंच गया। यह रायपुर शहर की तुलना में 3.5 डिग्री कम है। रायपुर में न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री रहा। हालांकि यह भी सामान्य से 3 डिग्री कम और शनिवार रात की तुलना में 2.2 डिग्री कम रहा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार लाभांडी में ठंड के दिनाें में 5 डिग्री तक का अंतर देखने को मिलता है। इसलिए वहां शहर की तुलना में काफी अच्छी ठंड पड़ती है।
बस्तर में रात का तापमान कम
प्रदेश के उत्तरी भाग में सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है। बस्तर में भी रातें सर्द होती है। प्रदेश के मध्य भाग में उत्तर व दक्षिण हिस्से की तुलना में कम ठंड पड़ती है। प्रदेश में नवंबर से जनवरी तक अच्छी ठंड पड़ती है। हालांकि मार्च तक हल्की ठंड का अहसास होता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार ठंड पूरी तरह उत्तर भारत के मौसम पर निर्भर होता है। वहां से ठंडी व बर्फीली हवा आने से प्रदेश में अच्छी ठंड पड़ती है।
अब शीतलहर के दिन ज्यादा
नवंबर में ही शीतलहर चलने की शुरुआत से इस बार पूरे प्रदेश में अच्छी ठंड पड़ने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार इस बार शीतलहर के दिनों में काफी वृद्धि होगी। पिछले साल की तुलना में न्यूनतम तापमान भी गिरेगा। इससे ठंड ज्यादा पड़ेगी। मौसम विज्ञान केंद्र लालपुर के मौसम विज्ञानियों के अनुसार 15 नवंबर को भी उत्तर से ठंडी व शुष्क हवा आने की संभावना है।