बृजमोहन बोले-जो पार्टी अपने अध्यक्ष का चुनाव निष्पक्ष नहीं करा सकती वो देश पर क्या राज करेगी
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बयान दिया है। उन्होंने इस पूरी प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए कांग्रेस के खत्म हो जाने की बात कही है। रायपुर में मीडिया से चर्चा के दौरान अग्रवाल ने ये बातें कही हैं।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- कांग्रेस ने समाप्ति की तरफ है, उस पार्टी के अध्यक्ष 80 साल के हैं। कांग्रेस ने फेस सेविंग के लिए खड़गे को अध्यक्ष बनाया है। दूसरे प्रत्याशी (शशि थरूर) ने तो गड़बड़ी का आरोप लगाया है। जो पार्टी अपने ही संगठन के चुनाव को निष्पक्ष नहीं करवा सकती वो देश पर क्या राज करेगी।वैसे तो मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। मगर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार शशि थरूर की टीम ने पार्टी के मुख्य निर्वाचन प्राधिकारी को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश में चुनाव के दौरान ‘अत्यंत गंभीर अनियमितताओं’ का मुद्दा उठाया । मांग की कि राज्य में डाले गए सभी मतों को अमान्य किया जाए। टीम थरूर ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री को लिखे पत्र में थरूर के मुख्य चुनाव एजेंट सलमान सोज ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया में ‘विश्वसनीयता और प्रमाणिकता की कमी’ है।
भाजपा के तमाम आरोपों और तंज का जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा- मलिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने से कांग्रेस जन खुश हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि स्वयं को पार्टी विद डिफरेंस का दंभ भरने वाली भाजपा में तो कभी पार्टी के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों का चुनाव नहीं होता। हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को दूसरे कार्यकाल के लिये फिर से भाजपाध्यक्ष बनाने की सहमति बनी लेकिन भाजपा का कोई भी नेता यह नहीं बता सकता कि नड्डा के चुनाव के लिये मतदाता कौन था? उन्होंने नामांकन कब भरा? भाजपा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव कार्यक्रम कब घोषित किया गया?
कांग्रेस ये बता रही है कि खड़गे काफी अनुभवी हैं, उनके अनुभव का फायदा देश को मिलेगा। 1969 में खड़गे जी कर्नाटक के गुलबर्ग शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने और इसके बाद 1972 में पहली बार विधानसभा पहुंचे। वर्ष 2009 तक वह कुल 9 बार विधायक रहे इस बीच 1976 में कर्नाटक में कैबिनेट मंत्री रहे फिर साल 1988 में उन्हें कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया इसके बाद साल 2005 में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने। 2009 में गुलबर्ग संसदीय क्षेत्र से लोकसभा पहुंचे और 2014 में पुनः जीत हासिल की। 2020 में खड़गे जी कर्नाटक से राज्यसभा के लिए चुने गए और फरवरी 2021 में राज्यसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया गया था।