रायपुर डबल मर्डर मामले में 8 आरोपी गिरफ्तार, इधर शराब दुकान हटाने की उठ रही मांग
रायपुर। विधानसभा इलाके में दोहरे हत्याकांड के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना की शुरुआत अहाता से हुई थी, लेकिन मैनेजर ने इसकी अनदेखी। इससे मामला तूल पकड़ता गया और हत्या तक पहुंच गई। आरोपियों को पकड़ने देर रात तक आधा दर्जन थानेदारों को लगाया गया था। हत्या के दूसरे दिन आमासिवनी के लोगों ने शराब दुकान हटाने और थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया।
सोमवार की रात करीब 8 बजे भट्ठी परिसर में सड्ढू निवासी रोहित सागर उर्फ हनी की आमासिवनी के नरेंद्र उर्फ सोनू साहू और उसके साथियों ने मिलकर उसकी हत्या कर दिया था। इसका बदला लेने कुछ घंटों बाद ही रोहित के साथियों ने सोनू के दोस्त हरीश साहू की हत्या कर दी। पुलिस ने रोहित की हत्या के आरोप में नरेंद्र, सूरज साहू उर्फ सोनू, केशव क्षत्री और प्रवीण गेंदले को गिरफ्तार किया है। दूसरी ओर, हरीश की हत्या के मामले में सड्ढू के सहदेव सोनी, उसके भाई सोमनाथ सोनी, दीपक सोनी और रोशन तांडी को गिरफ्तार किया गया है।
ऐसे हुई घटना: आमासिवनी देसी शराब भट्ठी के अहाता में खालबाड़ा निवासी रोहित सागर उर्फ हनी अपने दोस्त सहदेव सोनी व अन्य के साथ बैठकर शराब पी रहे थे। दोपहर करीब 2 बजे आमासिवनी निवासी नरेंद्र उर्फ सोनू साहू भी अपने दोस्तों के साथ शराब पीने पहुंचा। शाम करीब 4 बजे रोहित का नरेंद्र से झगड़ा हो गया। रोहित और उसके साथियों ने नरेंद्र से मारपीट की। इससे नाराज नरेंद्र अपने घर चला गया। शाम करीब 7.30 बजे नरेंद्र अपने साथियों के साथ फिर अहाता पहुंचा। वहां रोहित, मोहित, सहदेव और अन्य लोग थे। उन सभी पर नरेंद्र और उसके साथियों ने चाकू-डंडे से हमला कर दिया गया।
रोहित पर चाकू से कई वार किए गए। इससे वह बुरी तरह घायल हो गया। इसके बाद नरेंद्र और उसके साथी भाग निकले। घायल रोहित को अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मोहित गंभीर रूप से घायल है। इसका बदला लेने के लिए सहदेव अपने साथियों के साथ ई-रिक्शा में आमासिवनी पहुंचे। वहां हरीश को मिल गया। आरोपियों ने उसकी को पकड़ लिया और ई-रिक्शा से सड्ढू के खालबाड़ा ले गए। वहां एक कमरे में हाथ-पैर बांधकर उसकी जमकर पिटाई की। उसे चाकू भी मारा गया। इससे उसकी मौत हो गई।
टल सकती थी घटना
मृतक रोहित व उसके साथी आदतन बदमाश हैं। अक्सर शराब भट्ठी के अहाता में बैठकर शराब पीते हैं। अहाता में शाम 4 बजे दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई, लेकिन इसकी जानकारी अहाता के मैनेजर ने पुलिस को नहीं दी। इससे पुलिस मौके पर पहुंचकर बदमाशों की धरपकड़ नहीं कर पाई। रात में जब रोहित पर जानलेवा हमला हुआ, तो पुलिस को बुलाया गया। अगर पहली घटना में ही पुलिस को सूचना मिल जाती, तो दोनों पक्षों के बदमाशों को पकड़ लिया जाता।