मुक्तिधाम का होगा सौंदर्यीकरण, अंतिम संस्कार की क्रिया स्क्रीन पर देख सकेंगे लाइव
भिलाई। रामनगर मुक्तिधाम को वेल डेवलप्ड करने के लिए वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन की पहल अब सार्थक होने जा रहा है। सेन उद्योगपतियों, समाजसेवी संस्थाओं के प्रमुखों के साथ चर्चा की। इस बीच बिल्डर अजय चौहान ने आगे आकर कहा कि वे अपने माता-पिता के नाम पर रामनगर मुक्तिधाम को वेल डेवलप्ड कर विशेष आध्यात्मिक स्वरूप देना चाहते हैं। इसमें जो भी खर्च आएगा, उसे वे खुद वहन करेंगे। इसका प्रस्ताव भी कलेक्टर को दिया जा चुका है। अब नगर निगम की मंजूरी मिलते ही काम शुरू होगा।
माता-पिता की स्मृति में करवाएंगे काम
रिकेश ने बताया कि बिल्डर इस काम के पीछे केवल यह सोच है कि वो भिलाई में ही पले बढ़े और एक बड़े बिजनेसमैन बने हैं, उनका घर भी मुक्तिधाम के पास ही है। वे अपने माता-पिता की स्मृति में यह विकास कार्य करना चाहते हैं। मुक्तिधाम के समीप ही उन्होंने माता पिता की स्मृति में मंदिर भी बनवाया है।
अंतिम संस्कार की क्रिया स्क्रीन पर लाइव देख सकेंगे
मुक्तिधाम में वातानुकूलित प्रार्थना हाल होगा। जिसमें अंतिम संस्कार का क्रियाकलाप एक बड़े स्₹ीन पर लाइव लोग देख सकेंगे। भव्य प्रवेश और निकास द्वार होगा। टाइल्स और मार्बल से सुसज्जित श्रद्धांजलि सभा कक्ष सहित अंतिम संस्कार के बाद के कार्यक्रम के लिए हाल, गार्डन सहित पूरा क्षेत्र अत्यधिक स्वच्छ होगा। एयरपोर्ट की तर्ज पर इसमें वाशरूम भी होंगे। पूरे परिसर को साफ रखने लगभग 25 लोग हाउस कीपिंग में रखे जाएंगे।
गोठान के गोबर से बनाई जाएगी लकड़ी
उन्होंने बताया कि पहले इस काम को खुद के विधायक निधी व शासन से 3 करोड़ लेकर शुरू करने की योजना बनाई थी। इसके बाद बिल्डर अजय चौहान ने 5 से 10 करोड़ के इस काम की जिमेदारी ले ली। उनको नगर निगम के गौठान से गोबर उपलब्ध करवाया जाएगा। वहां मशीन से गोबर की लकड़ी तैयार की जाएगी। निगम से बिजली और पानी लिया जाएगा। कर्मियों का वेतन भी बिल्डर ही वहन करेंगे।
पांच विधानसभा क्षेत्र के लोग हैं आश्रित
विधायक सेन ने पत्रवार्ता में बताया कि भिलाई, वैशाली नगर, अहिवारा, दुर्ग ग्रामीण और दुर्ग शहर विधानसभा में कहीं आंशिक तो कहीं पूर्ण रूप से अंतिम संस्कार के लिए रामनगर मुक्तिधाम पर ही लोगों को आश्रित रहना पड़ता है। राज्य और नगर निगम से समय-समय पर मुक्तिधाम के लिए लाखों खर्च किए जाते रहे हैं। बावजूद अभी भी कई समस्याएं हैं। अब वहां समुचित व्यवस्था हो जाएगी।
विधायक ने बताया कि लगभग एक साल के भीतर रामनगर का मुक्तिधाम छत्तीसगढ़ ही नहीं देश में भी अपनी विशेष पहचान हासिल करेगा। रामनगर मुक्तिधाम पर्यावरण को ध्यान में रखकर प्रदूषण मुक्त वेल डेवलप्ड बनाया जाएगा। यहां गार्डन, वातानुकूलित बड़े हाल, पेड़ पौधे, भगवान की प्रतिमाएं, फौव्वारा, प्रार्थना कक्ष, वातानुकूलित शोक सभाहाल, क्रियाकर्म के बाद होने वाले कार्यक्रम के लिए बड़े कक्ष, साउंड सिस्टम से लैस एलईडी स्क्रीन के साथ मुक्तिधाम को विशेष आध्यात्मिक स्वरूप में संजोया जाएगा। मुक्तिधाम को देवी-देवताओं व धार्मिक चिन्हों की कृतियां, इको फ्रेंडली और सुंदर उपवन के रूप में विकसित किया जाएगा। परिसर में खेल मैदान भी होगा, जहां आस-पास के बच्चे विभिन्न खेल का अभ्यास कर सकेंगे।