पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड, 1241 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में पेश…
बीजापुर। पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने 75 दिनों की जांच के बाद 1241 पन्नों की चार्जशीट बीजापुर व्यवहार न्यायालय में पेश की है। चार्जशीट में 762 पन्नों का चालान और 479 पन्नों की केस डायरी शामिल है। एसआईटी ने साक्ष्यों और गवाहों के बयान के आधार पर आरोपित सुरेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके के खिलाफ विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार की है। एसआईटी के मुखिया द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार घटना के मास्टर माइंड सुरेश चंद्राकर के द्वारा पत्रकार मुकेश चन्द्रकार की हत्या की योजना बनाई गई थी।
आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर और उनके साथियों ने पूछताछ में बताया कि नेलसनार- मिरतूर -गंगालूर सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता को लेकर मुकेश की खबरों से उनकी छवि ख़राब हो रही थी। बार बार कहने के बाद भी उसने अपनी हरकतें बंद नहीं की। इससे आरोपियों ने मुकेश की हत्या कर दी थी। पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों द्वारा हत्या करने के बाद शव को सेप्टिक टेंक में डालकर फ्लोरिंग करवा दिया था।
जांच में 72 गवाह शामिल
एसआईटी के अधिकारियों ने बताया कि प्रकरण में फारेंसिक टीम द्वारा साईटिफिक एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर विवेचना पूर्ण की गई। प्रकरण के गवाह सूची में 72 गवाहों को शामिल किया गया। प्रकरण में बारिकी से विवेचना कार्रवाई करते हुए फिजिकल एवं डिजीटल साक्ष्य जुटाए गए। घटनास्थल से मिले साक्ष्य सबूत एवं गवाहों के बयान तथा आरोपियों से की गई। पूछताछ के अनुसार क्राइम सीन रिक्रिएशन किया गया। एसआईटी प्रभारी एएसपी मयंक गुर्जर ने बताया कि टीम द्वारा विवेचना के दौरान चारों आरोपियों के इस अमानवीय कृत्य के लिए अधिकतम दण्ड देने के लिए न्यायालय में मजबूती से पैरवी की जाएगी।