ऐतिहासिक भोरमदेव महोत्सव आज से, देशभर के कलाकार देंगे प्रस्तुति…
कवर्धा। छत्तीसगढ़ का खजुराहो कहे जाने वाले भोरमदेव मंदिर की सुंदरता आज भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसकी ख्याति भोरमदेव महोत्सव के चलते और बढ़ी। भोरमदेव में 26 व 27 मार्च को आयोजित होने वाले 29वें भोरमदेव महोत्सव की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। 11 वीं सदी का यह मंदिर नागवंशी सामंत राजा गोपालदेव द्वारा निर्मित कराया गया।
मंदिर पूरी तरह से चट्टानी पत्थरों से नगर शैली में निर्मित और मूर्तियां खुदी हुई है। भोरदमेव मंदिर कोणार्क के सूर्य मंदिर और खजुराहो के कलाकृति का अद्भुत मेल है। इसके कारण ही यहां पर विदेशी पर्यटक भी इसे निहारने के लिए पहुंचते हैं। भोरमदेव मंदिर में प्रतिवर्ष चैत्र कृष्ण पक्ष त्रयोदशी (तेरस)को विशाल मेले का आयोजन सैकड़ों साल से किया जा रहा है। बताते हैं यह मेला राजा राजपाल सिंह के समय से चला आ रहा है। वर्ष 1995 से यह मेला महोत्सव में बदल गया, जो निरंतर चल रहा है।
भजनगायक हंसराज की प्रस्तुति मुख्य आकर्षण
इस बार के भोरमदेव महोत्सव में देशभर के प्रख्यात कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी। भजन संध्या में अंतरराष्ट्रीय सुप्रसिद्ध भजन गायक हंसराज रघुवंशी अपनी मधुर आवाज से शिव भक्ति की महिमा भजनों की शानदार प्रस्तुतियां देंगे। छत्तीसगढ़ी लोक संगीत में पद्मश्री अनुज शर्मा की प्रस्तुति महोत्सव को खास बनाएगी।
वहीं सुपर डांसर फेम अनिल टांडी का नृत्य प्रस्तुति दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा। इसके अलावा छत्तीसगढ़ी लोक कला मंच गहना गांठी के माध्यम से प्रमोद सेन व उनके साथी लोककला की झलक प्रस्तुत करेंगे।