चीन के नए वायरस HMPV की भारत में एंट्री, बेंगलुरु में मिले दो केस
नई दिल्ली। चीन में कोहराम मचा रहे ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस की भारत में भी एंट्री हो गई है। सोमवार जनवरी की सुबह कर्नाटक के बेंगलुरु से यह बुरी खबर मिली। बेंगलुरु में इसके दो मामले सामने आए हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने HMPV के दो मामले सामने आने की पुष्टि की है। ICMR ने कहा है कि बेंगलुरु में 8 महीने का एक बच्चा और 3 महीने की एक बच्ची HMPV वायरस से संक्रमित मिली है। दोनों मामले बेंगलुरु के प्राइवेट अस्पतालों में सामने आए हैं। एक मामला जहां बैपटिस्ट अस्पताल का है, वहीं दूसरा मामला एक दूसरे प्राइवेट अस्पताल का है।
ICMR ने एचएमपीवी वायरस से जुड़े मामलों पर क्या कहा?
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने सोमवार को कहा कि कर्नाटक में(HMPV) के दो मामले सामने आए हैं। तीन महीने की बच्ची और आठ महीने के बच्चे संक्रमित पाए गए हैं। दोनों बच्चों को ब्रॉन्कोप
न्यूमोनिया (होने पर अस्पताल में भर्ती किया गया था। जांच के बाद HMPV संक्रमण की पुष्टि हुई। अच्छी खबर यह है कि बच्ची को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। वहीं बच्चा भी तेजी से स्वस्थ हो रहा है।
ICMR की निगरानी में सामने आए मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि यह मामले ICMR की रेस्पिरेटरी वायरस पर नियमित निगरानी के तहत पाए गए। खास बात यह है कि इन बच्चों का इंटरनेशनल ट्रैवेल का कोई हिस्ट्री नहीं है। इससे यह यह पता चला है कि वायरस स्थानीय स्तर पर ही फैल रहा है। सरकार ने इस वायरस की बारीकी से निगरानी शुरू कर दी है। HMPV आमतौर पर सांस संबंधी समस्याओं का कारण बनता है और छोटे बच्चों के लिए गंभीर खतरा हो सकता है।
HMPV केस पर हेल्थ डिपार्टमेंट ने क्या कहा
भारत के पहले HMPV केस पर कर्नाटक हेल्थ डिपार्टमेंट की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। स्टेट हेल्थ डिपार्टमेंट ने कहा है कि बेंगलुरु के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती 8 महीने की बच्चे में HMPV वायरस डिटेक्ट हुआ है। हेल्थ डिपार्टमेंट ने कहा है कि हमारे लैब में इस केस की टेस्टिंग नहीं हुई है, लेकिन प्राइवेट हॉस्पिटल की रिपोर्ट पर शक की कोई वजह नहीं है। फिलहाल HMPV वायरस से संक्रमित बच्ची की हालत स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टरों ने बच्ची के माता-पिता को सतर्क रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी है।
HMPV वायरस पर सरकार अलर्ट
बता दें कि एक दिन पहले ही केंद्र सरकार ने इस अस्पताल को लेकर एडवाइजरी जारी की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पतालों को HMPV वायरस के सस्पेक्टेड केसेज के लिए अस्पतालों में आइसोलेशन प्रोटोकॉल लागू करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही अस्पतालों को जरूरी दवाओं का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए गए हैं। अस्पतालों को अपने यहां सीरियस मामलों के लिए ऑक्सीजन सपोर्ट तैयार रखने और कॉमन इंफ्लूएंजा में इस्तेमाल होने वाली दवाओं का स्टॉक रखने के लिए भी कहा गया है।
डीजीएचएस ने बुलाई जॉइंट मॉनिटरिंग ग्रुप की मीटिंग
शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय और डीजीएचएस की संयुक्त निगरानी समूह ने इस वायरस को लेकर बैठक बुलाई। बैठक में वायरस की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की गई। बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ (DM Cell), नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC), आईसीएमआर ), और एम्स दिल्ली जैसे प्रमुख संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल हुए। इस मीटिंग के बाद एक्सपर्ट ने कहा कि चीन में इन्फ्लुएंजा, आरएसवी , और एचएमपीवी जैसे सामान्य वायरसों की वजह से मरीजों की तादाद बढ़ रही है।
केंद्र ने HMPV वायरस को लेकर क्या कहा
केंद्र सरकार ने शनिवार जनवरी को HMPV वायरस को लेकर प्रतिक्रिया दी। केंद्र सरकार ने कहा कि चीन में एचएमपीवी वायरस के बढ़ते मामलों पर हमारी नजर है। देश में यह वायरस पूरी तरह से काबू में है। इसके साथ ही भारत इस वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। देश में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण के लिए एक मजबूत निगरानी तंत्र मौजूद है। ICMR और के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में फिलहाल ऐसे मामलों में कोई असामान्य बढोत्तरी नहीं देखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एहतियात के तौर पर HMPV वायरस की जांच के लिए लैब्स की संख्या बढ़ाने की भी बात कही है।
चीन में HMPV वायरस ने मचाया हाहाकार
चीन में HMPV वायरस ने हाहाकार मचा दिया है। चीन के वुहान में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अस्पतालों में HMPV वायरस संक्रमित बच्चों की तादाद बढ़ रही है। हालांकि, चीन सरकार अब भी इसे वायरस को लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ भी कहने से बच रही है। चीन से कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिनमें अस्पतालों में मरीजों की भीड़ देखी जा रही है। चीन के कई हेल्थ एक्सपर्ट ने देश में तेजी से बढ़ रहे इस वायरस के मामलों को लेकर आगाह किया है।
क्या है HMPV वायरस
बता दें कि HMPV यानी कि ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस एक RNA वायरस है। यह आम तौर पर बच्चों और बुजुर्गों को अपनी चपेट में लेता है। खास तौर पर यह ह्यूमन बॉडी के श्वसन तंत्र पर हमला बोलता है। मरीज को सर्दी, जुकाम, खांसी, और सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। यह वायरस सर्दियों और वसंत के शुरुआती दिनों में एक्टिव हो जाता है। बाकी समय इस वायरस का इतना प्रभाव नहीं हाेता। यह वायरस कमजोर इम्यूनिटी वाले बुजुर्गों और बच्चों के लिए जानलेवा भी साबत हो सकता है।
कैसे फैलता है HMPV वायरस
HMPV वायरस किसी भी इंफेक्टेड शख्स के खांसने या छींकने से निकलने वाली बूंदों के जरिए फैलता है। यह वायरस इनफेक्टेड सतह को छूने और संक्रमित लोगों के आसपास रहने से भी फैल सकता है। इससे बचाव के लिए ठीक वही कदम उठाने जरूरी हैं, जो आम तौर पर कोरोना वायरस से बचाव के लिए अपनाए जाते हैं। संक्रमण से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल करना और संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना बेहद अहम है। चीन में इस वायरस के कारण मास्क की वापसी हो गई है। भारत में भी स्वास्थ्य विभाग ने सावधानी बरतने की सलाह दी है। ऐसे में फिलहाज सावधान रहना और सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है।