भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान कल, दिल्ली से आएगा नाम
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा 17 जनवरी को होगी। इसके लिए 16 जनवरी को शाम 5 से 7 बजे तक नामांकन होगा। यह जानकारी प्रदेश संगठन चुनाव प्रभारी खूबचंद पारख ने दी और बताया कि प्रदेश अध्यक्ष पद का निर्वाचन सम्पन्न कराने भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े विशेष तौर पर सम्मिलित होने आ रहे हैं। तावड़े के साथ ही भाजपा प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन और चुनाव पर्यवेक्षक गजेंद्र पटेल भी निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान राजधानी में रहेंगे। बताया जाता है कि नए प्रदेश अध्यक्ष का नाम दिल्ली से तय होकर आएगा।
भाजपा प्रदेश संगठन चुनाव प्रभारी पारख ने कहा, पूरे देश के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी सितम्बर-2024 से संगठन महापर्व मनाया गया, जिसमें पहले सदस्यता महाअभियान चलाया गया। छत्तीसगढ़ भाजपा को 60 लाख सदस्यता का जो लक्ष्य केंद्रीय नेतृत्व ने दिया था, उस लक्ष्य को अर्जित करते हुए भाजपा सरकार के मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, भाजपा व सभी मोर्चा-प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं व समस्त जनप्रतिनिधियों ने परिश्रम की पराकाष्ठा करके इस अभियान को सर्वसमावेशी और सर्वस्पर्शी बनाया। सदस्यता अभियान में समाज के हर वर्ग और सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचकर उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई गई। भाजपा के इस ऐतिहासिक संगठन महापर्व सक्रिय सदस्यता अभियान भी युद्धस्तर पर चला।
नए और पुराने चेहरों पर मंथन
वर्तमान भाजपा की कमान किरण देव के पास है। नए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव से पहले भाजपा जातिगत और सामाजिक दोनों समीकरणों पर होमवर्क कर रही है। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि यदि वर्तमान अध्यक्ष की जिम्मेदारी बदलती है, तो उन्हें मंत्रिपरिषद में जगह मिल सकती है। यदि ऐसा होता है कि पार्टी किसी ओबीसी वर्ग के नेता को अपना प्रदेश अध्यक्ष घोषित कर सकती है। इसकी संभावना इसलिए भी अधिक है, क्योंकि प्रदेश में ओबीसी वर्ग के आरक्षण को लेकर नया विवाद खड़ा हुआ है।
पारख ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के प्रति जन आकर्षण के चलते भाजपा ने छत्तीसगढ़ में सदस्यता अभियान में इतिहास रचा है। पूरे प्रदेश की 35 प्रतिशत आबादी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है, जो भाजपा की लोकप्रियता, भाजपा के प्रति अटूट जन-विश्वास का प्रमाण है। पारख ने बताया कि सदस्यता महाअभियान के बाद संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई जिसके तहत सबसे पहले बूथ कमेटियों का गठन कर बूथ अध्यक्ष बनाए गए। बूथों के बाद मंडल अध्यक्ष की घोषणाएं हुई। इसके बाद सारे 36 संगठन जिलों में जिला अध्यक्ष भी घोषित कर ले गए।