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नवीन विधानसभा निर्माण अधूरा: लक्ष्य से पिछड़ा काम, मुख्य अभियंता ने मिलने से किया इंकार, जवाबदेही से भागे PWD अधिकारी

नवा रायपुर में बन रहा छत्तीसगढ़ की नवीन विधानसभा भवन का निर्माण तय समयसीमा से पिछड़ गया है। 30 सितंबर 2025 तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अब तक केवल करीब 70% काम ही हो सका है। 1 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस पर रजत जयंती समारोह कर इस भवन के उद्घाटन की योजना बनाई गई थी, लेकिन निर्माण अधूरा रहने से इस पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं।

न्यूज़ बिंदास की टीम ने विधानसभा भवन के अंदर जाकर वास्तविक स्थिति का जायजा लिया, जहां मजदूर चौबीसों घंटे काम करते दिखे। जब टीम ने प्रोजेक्ट से जुड़े ठेकेदार से सवाल पूछा, तो उन्होंने जवाब देने से मना कर दिया। पीडब्ल्यूडी अधिकारी अभिनव श्रीवास्तव ने भी कोई वर्जन देने से इनकार किया। वहीं मुख्य अभियंता पीएम कश्यप ने तो मीडिया के किसी भी व्यक्ति से मुलाकात करने से ही मना कर दिया। अधिकारियों की यह कार्यशैली अब सवालों के घेरे में है क्या सरकारी अधिकारी सिर्फ कुर्सी तक सीमित हैं? क्या जनता और सरकार के प्रति उनकी कोई जवाबदेही नहीं बनती?

 

2020 में इस प्रोजेक्ट का टेंडर जारी हुआ था। ₹324 करोड़ की लागत से 52 एकड़ में बन रहे इस भवन का कुल एरिया 5 लाख वर्गफुट है। इसमें विधानसभा सदन, सचिवालय, मंत्रियों के दफ्तर, सेंट्रल हॉल, मीडिया गैलरी, दर्शक दीर्घा, म्यूजियम और पार्किंग की व्यवस्था होगी। भवन की डिजाइन धान की बालियों की थीम पर आधारित है और इसमें प्राकृतिक रोशनी व ऊर्जा बचत पर विशेष ध्यान दिया गया है।

नए विधानसभा भवन में फिनिशिंग, फर्नीचर, सदन की कुर्सियां, कार्पेट बिछाने का कार्य, पार्किंग, टाइल्स और गार्डनिंग का काम अधूरा है। यदि गति यही रही, तो रजत जयंती पर उद्घाटन की उम्मीद धूमिल पड़ सकती है।

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